Thursday, January 15, 2015

सफ़ेद धवल
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कोहरे की जबलपुर की सफेदी में मैंने
पीछे वृक्षों के हरे को काला सा देखा है
सफेद काला भी करता अजूबा कहता हूँ
चूँकि धवल सफेदी में मैंने काला देखा है

सम्पूर्ण चेतना में उर्जित हो उठो
जीवन आज नवप्रभात ले आया है
सम्पूर्णता अपने जीवन की निहारो
नवदिन आज नवप्रकाश ले आया है
--राजेश जैन
16-01-2015

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