Thursday, January 15, 2015

नारी गरिमा

नारी गरिमा
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डॉ प्राची - लेकिन भ्रूण जाँच अपराध है। युवती , 50000/- की गड्डी सामने रखती है। कुछ समय बाद। डॉ प्राची - गर्भ में बेटा है।
डॉ प्राची , गरिमा  को भी सब जैसा , "बेटी भ्रूण नहीं है" , इसलिए बच गया सोचते हुए लौटते वक़्त , दो नोट , निकाल ,गड्डी ,युवती को लौटा देती है।
रात्रि , गरिमा ,सुदृढ़ से - आज मैंने परीक्षण करवाया है , बेटा है अपना। पर मै जन्म देने में ख़ुश शायद ही हो ,पाऊँगी।
 सुदृढ़ -ऐसा क्यों ?
गरिमा -मुझे तो संस्कारों पर भरोसा है ,अच्छे  पाऊँगी। लेकिन जब बेटे को अच्छा पढ़ाने भेजेंगे , वहाँ के वातावरण में जहर है। उसमें ,बेटा सही रह सकेगा ?
(रुककर) -  देखिये , कार में , बस में , खंडहर में और पार्क में जहाँ तहाँ अनाचार किया जाता दिखता है.
सुदृढ़ - गरिमा , आप निश्चिंत अपने बेटे को जन्म दो।  मै  "आई पी एस"एसोसिएशन के अधीन ,"निर्भया /दामिनी अब और नहीं" बैनर तले देश में बदलाव की अलख जगाऊँगा। जब तक बेटा अपना बड़ा होगा , तब तक वातावरण का जहर मुझे विश्वास है , बहुत हद तक निकल जाएगा।
गरिमा सोच रही है , पति से चर्चा लेने से ,जानने के बाद कि भ्रूण "नर" है , पहली भ्रूण हत्या टल गई है।
गरिमा (चेहरे पर प्रेम उमड़ता है  ) - आपने , मेरे डर को बहुत हद तक मिटा दिया , मुझे भी मौका देना , मै भी अग्रणी नारी को साथ ले , जिन्हें ठीक सँस्कार
नहीं मिल सके उन बच्चों को मनुष्योचित गरिमा का पाठ पढ़ाऊँगी।
सुदृढ़ , हम अपने बेटे का नाम , चेतन रखेंगे।
गरिमा सर सुदृढ़ के कंधे पर रखती है। सुदृढ़  हथेली उसके सर पर रखता है , दोनों के आँखों में भविष्य इंद्रधनुषी सा होता सा दिखता है।
--राजेश जैन
16 -01-2015

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