Monday, August 31, 2015

समर्पण ,प्यार ,त्याग ,बाद भी ....

समर्पण ,प्यार ,त्याग ,बाद भी ....
-------------------------------------
ह्रदय में दया ,करुणा एवं प्यार होने से नारी ,प्यार में सहज पड़ती है
ममता बेल ,उसमें होती , दुखी देख किसी को मन ममता उमड़ती है

जीवन मिलता , मनुष्य बढ़ता-चलता , नारी जगत धुरी में रहती है
महत्वपूर्ण  रह कर भी ,सम्मान अभाव में जीवन में अधूरी रहती है

अर्थ आश्रिता बना पुरुष ने ,विकट समाज मर्यादायें उन पर थोपीं हैं
उनके समर्पण ,प्यार ,त्याग ,बाद भी ,पुरुष धूर्तता की छुरी भोंकी है

निरंतर पुरुष छल के छिड़काव से करुणा ,वह ममता बेल सूखती है
लाचार नारी ,पुरुष धूर्तता को धूर्तता के ,अब प्रत्युत्तर दे मिलती है

गर पसंद पुरुष तुम्हें तो ,बेशक तुम वह करो ,मन तुम्हारा कहता है
पर जान लो ,बना ली स्वयं जैसी तो जीवन सुख ,ना रहा दिखता है
--राजेश जैन
01-09-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Sunday, August 30, 2015

न रखना फ़िक्र बहन जैसी .... पर ..

न रखना फ़िक्र बहन जैसी .... पर  ..   
----------------------------------------
राखी-धागों की महिमा को अब ,हमें विस्तार देना होगा
प्रौन्नत ,भाई-बहन के रिश्ते जैसी पावनता करना होगा

न जन्मता बहना का भैया ,न जन्म रही अब ,भैया की बहना
तब भी अस्तित्व ,भाई-बहन जैसे प्रेम का ,बनाये रखना होगा

ये सच है ,भाई के बहन प्रति दायित्व ,गंभीर एवं त्याग के होते हैं
भले बहन तुम न कहो ,पर ऐसी पवित्रता ,खत्म न होने देना होगा 

मेरी नहीं कोई बहन इसलिए में स्वतंत्र कुछ भी करने को हूँ
पुरुष को ऐसे विचार ,स्वछंदता से बचना और बचाना होगा

न रखना फ़िक्र बहन जैसी ,न करना त्याग किसी नारी के लिए ,तुम
पर ,ले शपथ मानवता की ,नारी को सुरक्षा एवं सम्मान ,देना होगा
--राजेश जैन
30-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Friday, August 28, 2015

रक्षाबंधन पर घोषणा करता है

रक्षाबंधन पर घोषणा करता है
----------------------------------
बहन ,आज रक्षा बंधन पर ,भाई तुम्हारा ,खेद सहित मानता है
बहन , जैसा मिला समाज हमें , नारी को वह नहीं सुख देता है
बहन , बाबुल के यहाँ बेटी पराई हो पलती ,कैसी यह विडंबना है
बहन , बारात सजा ले जाई जाती ,बहू वहाँ , उसे दुःख सहना है

रक्षा -बंधन भारतीय भैय्या को ,उसका कर्तव्य याद दिलाता है
रक्षा -सूत्र ,बाँधा बहनों ने वह गरिमा रक्षा का स्मरण कराता है

फेसबुक पर हैं , कई बहनें ,अश्लील तस्वीरों का सामना करती हैं
करना होता स्वस्थ चर्चा उन्हें ,पुरुषों के बुरे व्यवहार वे सहती हैं

सदबुध्दि भारतीय भाई -पिता ,बेटे को मिले ,बुरा ऐसा नहीं करें
वर्ष में एकदिन ही नहीं ,पूरे वर्ष रक्षा दायित्व अपने पर सब धरें

बहन , तुम्हारे कोमल मन को होते कष्टों को यह भाई समझता है
बहन , बदलने समाज ,सतत उपाय ,रक्षाबंधन पर घोषणा करता है
--राजेश जैन
29-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman
 

Thursday, August 27, 2015

मिली कृति बिगाड़ लें तो यह कमी स्वयं अपनी है

मिली कृति बिगाड़ लें तो यह कमी स्वयं अपनी है
-------------------------------------------------------
माँ , बहन , पत्नी , बेटी रूप में
दादी , नानी , बुआ , मौसी रूप में
नारी सबको मिलती इस रूप में
लाड़ -दुलार ,की मूरत लगती है
नारी को वासनाओं की ले चपेट में
गर्लफ्रेंड बना उससे धोखा करते हो
कहीं रखैल ,कहीं पेशा करवा उससे
कॉलगर्ल ,बारगर्ल बना नचवाते हो
अपनी आश्रिता होने के बदले ,तरसाया
उदरपूर्ति बहाने शोषण किया ,करवाया 
वैभव की महिमा भर दी निर्मल मन में
और धन प्रलोभन से नारी को ललचाया
बेबड़ी बना दिया उसे तुमने 
धुँए के छर्रे उगलवाते उससे
नारी जो पावन मूरत होती थी
विकृत रूप दे दिया उसे तुमने
उत्कृष्ट कृति ,प्रकृति से मिली थी नारी 
कामुकता से इतना बदरूप दे दिया तुमने
पराई नारी मिलती है एक धरोहर होती है
अपने मनोविकारों से उसे छल लिया तुमने
पुरुष प्रधान समाज के कर्ताधर्ता पुरुष समझो तुम
मिली कृति बिगाड़ लें तो यह कमी स्वयं अपनी है
--राजेश जैन
28-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

 

Wednesday, August 26, 2015

नारी में ऐसी आसक्ति

नारी में ऐसी आसक्ति
--------------------------
राजनैतिक नफा नुकसान के दृष्टिगत नारी का तमाशा बनता है
फ़िल्मी सेट में व्यावसायिक लाभ के लिए ही नारी तन सजता है
पुरुष धूर्तता एवं कृतघ्नता कहें इसे कूटनीतिक लाभ दृष्टि हो या
प्रतिष्ठनों प्रति आकर्षण बढ़ाना ,फ्रंटपेज में नारी रूप ही लगता है

गृह हिंसा से ,देश में नारी नित होती है हलाकान
बलात्कार की घटनायें सुन वह रहती है भयाक्रांत
छेड़छाड़ ,बदनीयत दृष्टि का सामना नियति हुई
माँ-बेटी ,बहन ,पुरुष की ,तब भी उनसे है परेशान

देश में इतनी पुरुष संख्या , विश्व में सर्वाधिक युवा शक्ति
न लगती समाज समस्या मिटाने , नारी में ऐसी आसक्ति
नारी के बेटे , भारत माँ के सपूत राष्ट्र सृजन में लग जायेंगे
नारी को कर सुखी , उस दिन नया भारतीय समाज बनायेंगे
--राजेश जैन
27-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Tuesday, August 25, 2015

नारी पुराण

नारी पुराण
--------------
क्या होगा जीवन में उसके ,यह नहीं वह जानती है
पिता पुरुष , माँ नारी उसकी ,इतना वह जानती है

पुरुष-नारी साथ रहेगा ,रहते तक सृष्टि जानती है
जान आशायें 'नारी मन' में ,तुम्हें बताना चाहती है

गर्भ में आने पर वह ,बेटी हो जन्म लेना चाहती है
जन्म लिया तब बेटे जैसा ही ,देखे जाना चाहती है

देती तुम्हे सम्मान ,तुमसे सम्मान पाना चाहती है
लाजवान रही वह ,तुम्हें लाजवान देखना चाहती है

भाई देते सुरक्षा जिसमें ,वैसा समाज वह चाहती है
पति अतिरिक्त अन्य से , भाई सी नज़र चाहती है

विवाह में माँ-पिता भाई से ,दुलार उपहार चाहती है
तुम याचक बन दहेज लो , यह देखना ना चाहती है

नए परिवेश में शिक्षित होना भी ,वह अब चाहती है
कंधे से मिला अपना कंधा ,वह घर चलाना चाहती है

तुम्हारा छल रहित प्यार ,अपने लिए वह चाहती है
समर्पण रख तुमसे ,जीवन साथ निभाना चाहती है

जीवन प्रयोजन ले सैर ,बाज़ार ,यात्रा करना चाहती है
बेखटके घूमे ,छेड़छाड़ नहीं ,ऐसा वातावरण चाहती है

उठने बैठने ,वस्त्र धारण ,पुरुष सी आज़ादी चाहती है
जीवन सुख लेने देने ,'समान समाज मानक' चाहती है
--राजेश जैन
26-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman


 

Monday, August 24, 2015

बहन हो चाहत न बची ,बेटी जन्मने की हिम्मत न रही

बहन हो चाहत न बची ,बेटी जन्मने की हिम्मत न रही
-------------------------------------------------------------
हरम में रखा गुलाम बना कर ,व्यभिचार आजमाया है
पुरुष के मनोविकार ने ,काल पे कुकर्म बाढ़ ले आया है
ले चपेट में ,'नारी मन' में पवित्र प्रवाहित होती गंगा को 
कामुकता सागर में डुबो कर , पाताल लोक पहुंचाया है 

चहुँ ओर कामुकता किस्से ,साहित्य में यही समाया है
फिल्मकारों और शराब ने ,अश्लील दृश्य फिल्माया है

वैभव न रहा भलाई , लालसा हेतु सबने यह बढ़ाया है 
बचपन ,बुढ़ापे तक के जीवन को सेक्स में ही डुबाया है 

नारी समानता चाहत को ,नशा व्यसनों में भटकाया है
शोषण मुक्ति जूझती नारी को ,शोषण में ही डुबाया है
बहन हो चाहत न बची ,बेटी जन्मने की हिम्मत न रही
नारी को भोगवाद ने ,वासनापूर्ती की वस्तु ही बनाया है 
--राजेश जैन
25-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Sunday, August 23, 2015

धर्म आड़ में

धर्म आड़ में
--------------
कोठे से उद्गमित नाले ने वीभत्स रूप पाया है
फिल्मों ,मीडिया से व्यभिचार बाढ़ ले आया है   

सम्मोहनों से पड़े अक्ल पर पर्दे ने अंधत्व लाया है
धर्म आड़ में तक पाखंडियों ने पीढ़ी को भटकाया है

रख चरित्र ,तैर कामुकता बाढ़ में ,भव्य भारत बचता था
पाश्चात्य चपेट में भारतीयों ने भी ,इसमें गोता खाया है

नशा सामग्री ,थोथी नारी स्वतंत्रता ने माहौल बनाया है
पार्क ,होटल ,पबों में कोठे ने नये रूप में स्थान बनाया है

नाला बना व्यभिचार का सागर ,मनुष्य आकंठ डूब रहा
जन्म लो अवतार ,उतारो बाढ़ पुनः अपने पग धर कर 
--राजेश जैन
24-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman
 

Saturday, August 22, 2015

मुश्किल है नारी की ही

मुश्किल है नारी की ही
-------------------------
करता है कुछ ,कोई अन्य के करने को देख कर
हमारी करनी ,देख हमें ,ज़माना सब सीख रहा है

फुसलाते हम, अन्य की पत्नी ,बहन ,बेटियों को
वह हमारी बहन ,बेटियों को छलना सीख रहा है

हमें-उसे भी छलना पसंद , मुश्किल है नारी की ही
ऐयाशी पसंद सबको यदि ,रखें क्यों बैर आपस में ही ?

असंयम थी रीत पहले भी ,तजी उसे मानव अनुभव ने
ऐयाशी में ठोकर खा ,संयम लाना पड़ेगा फिर एक दिन

पुरुष विवेक पर छाया अँधेरा ,दूर होगा जरूर एक दिन
नारी रहो अलिप्त ऐयाशी में , तुम लाओ जल्द वह दिन
--राजेश जैन
 22-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman
 

Friday, August 21, 2015

क्या छिछोरापन तुम भी करते हो ?

क्या छिछोरापन तुम भी करते हो ?
---------------------------------------
पापा ,भाई ,पति ,बेटे मेरे मेरी चरित्र बुनियाद रचते हैं
हर जगह घूरती आँखे ,छींटाकशी करते पुरुष मिलते हैं
सावधान रह ,तुम ,मैं मिल बनाती गरिमा चरित्र अपना
भूल बेटी ,बहन की मर्यादायें ,मस्ती में खोखला करते हैं

माँ ,बहन ,पत्नी ,बेटी हम हैं ,तुम पर ममता रखती हैं
स्वर्ग ना तुम्हारा जीवन देख ,ह्रदय में करुणा रखती हैं
अपने त्याग का ,अपने प्यार का प्रतिफल न चाहती हैं
अपने जीवन विकटता प्रति ,तुम्हारा ध्यान चाहती हैं

पापा ने ,जीवनपथ बताया ,वीर ,रक्षा सूत्र तमने बँधाया
पति से हार्दिक प्रेम पाया ,पुत्र ने उच्च सिहांसन बिठाया
लाज रक्षा कठिन तब भी ,सम्मान बाहर न मिला हमें है
मै दुखी ,पूछती अब ,क्या छिछोरापन तुम भी करते हो ?
--राजेश जैन
22-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Thursday, August 20, 2015

जोधा कहीं के


जोधा कहीं के
---------------
निच्छल नहीं तुम हो तो ,नहीं हमें तुम्हारी जरूरत है
मधुर नहीं लगता साथ ,साथ होने की नहीं जरूरत है

बोझ अगर हम लगतीं ,बोझ उठाने की नहीं जरूरत है
नित बदलता प्यार यदि ,ऐसे साथी की नहीं जरूरत है

रूचि सिर्फ मेरी देह में गर ऐसे साथी की नहीं जरूरत है
अपनी ही गर चलाना हो ,अत्याचारी की नहीं जरूरत है

रहे आओ तुम जोधा कहीं के ,हमें नहीं तुम्हारी जरूरत है
हमसे सुख-दुःख बाँटे ,हो त्याग साथ में हमारी जरूरत है
--राजेश जैन
21-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Wednesday, August 19, 2015

वे पुरुष साहसी होते हैं


वे पुरुष साहसी होते हैं
-----------------------
नारी की मदद करते दिखते , मंतव्य अलग कुछ और रखते
धूर्तता से प्रभावित कर छल न करते ,वे पुरुष साहसी होते हैं

प्रेयसी बना सपने दिखलाते , मंतव्य पूरे कर दगा दिया करते
नारी को कठिनाइयों में न छोड़ा करते ,वे पुरुष साहसी होते हैं

विवाह में मुग्ध रहा करते , विवाह वचन, शपथ उठाया करते
विवाह उपरांत ये शपथ न भूला करते ,वे पुरुष साहसी होते हैं

जीवन संघर्ष में आँसू मिलते , प्रेम से उन्हें पोंछ दिया करते
नारी से यों मधुर साथ निभाया करते ,वे पुरुष साहसी होते हैं

शराब ,धूम्रपान हानि करते , गृह खर्च पर बोझ बढ़ाया करते
नारी को इन लतों के लिए न उकसाते ,वे पुरुष साहसी होते हैं

होती चीत्कार जबर्दस्ती विरूध्द ,व्यंगों से ना तंग किया करते
नारी को छेड़छाड़ से बचाया करते ,भले ,वे पुरुष साहसी होते हैं
--राजेश जैन
20-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

 

Tuesday, August 18, 2015

क्या पुरुष साहसी होते हैं ?


क्या पुरुष साहसी होते हैं  ?
------------------------------
घर में प्यारी पत्नी हेतु ,धूमधाम से ब्याह रचाते
दहेज माँगा करते पर , क्या पुरुष साहसी होते हैं ?

चला ना अपनी पाते बाहर ,खीज लिए घर आते
पत्नी पर हाथ उठाते , क्या पुरुष साहसी होते हैं ?

नारी से ब्याह रचाते , पर बेटी जन्म से घबराते
कन्या भ्रूण मार देते , क्या पुरुष साहसी होते हैं ?

उपहास पसंद होता पर ,लक्ष्य निर्बल को बनाते
नारी के जोक्स करते , क्या पुरुष साहसी होते हैं ?

साहसी होने की ढींगे भरते ,नारी को छला करते
अश्रु देते दो नयनों में ,क्या पुरुष साहसी होते हैं ?
--राजेश जैन
19-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman
 

Monday, August 17, 2015

जीवन निकल जाता है

जीवन निकल जाता है
-------------------------
समझ में आता जब तक ,जीवन निकल जाता है
पहले जीवन समझ लेता ,दिग्दर्शक बन जाता है

गणतंत्र दिवस फिर , पंद्रह अगस्त निकल जाता है
होली ,ईद ,दिवाली उत्सवों में जीवन निकल जाता है

बचपन बचपने में , यौवन मौज मजे में कट जाता है
उमंग से शुरू ,समाज बुराई बढ़ा जीवन बीत जाता है

बढ़ी बुराइयों से व्यथित ,दूसरों में दोष ढूँढता रहता है
जोर जबरदस्ती से बदलने के प्रयास में बैर बढाता है

न बदलने से निराश ,न बदलेगा ,निष्कर्ष पर जाता है
जो निराश न हो ,सृजन करता है ,निर्माता हो जाता है

दिग्दर्शक ,निर्माताओं की नये युग में, मेरे साथियों
फिर जरूरत है ,आओ ,बनें ऐसा जो समाज बनाता है
--राजेश जैन
18-08-2015
https://www.facebook.com/PreranaManavataHit
 

Saturday, August 15, 2015

हुस्न - (नारी-पुरुष समानाधिकार )

हुस्न -  (नारी-पुरुष समानाधिकार )
-----------------------------------------
हुस्न ,नहीं दिखलाओ मुझे अपना जलवा 
मै ,जानता तुम कंकाल पर चढ़ा पॉलिश हो

जलवों पर ना ललचा जाऊँ , फितरत मै रखता हूँ
जलवे बिखरें बिना खतरों के ,चिंता यह करता हूँ

करने दो मुझे ज़माने में ,जो करने की जरूरत है 
हिफाजत से तुम रहो ,ज़माने की यह जरूरत है

समझो मेरे इरादों को ,तुम्हारे लिए समर्पित हैं
सम्मान रहे तुम्हारा ,प्रेरणायें ये नित अर्पित हैं

उतर जायेगा तुम्हारे-हमारे कंकाल से एक दिन ये
पहले ,आपके समानता ,सुख का ख्याल दिल में है    
--राजेश जैन
16-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

स्वतंत्रता दिवस पर विचार - नारी दुःख

स्वतंत्रता दिवस पर विचार - नारी दुःख
--------------------------------------------
स्वतंत्रता मिली , बहुत कुछ चींजे बदली
कुछ समय ने ,स्वतंत्र हो कुछ हमने बदली

सुख-दुःख बदले , कुछ रीति रिवाज बदले
पर नारियों के ,समाज अभिशाप न बदले

फ़िल्में , मीडिया , नेट दिलो दिमाग पर छाये
रेप , छेड़छाड़ , नारी दुःख ये कम न कर पाये

आज स्वतंत्रता दिवस पर हमें ,विचार करना होगा
खुशहाली ला न सके ,गुण-दोष इनके समझना होगा  

शिक्षा उपयोग हित में , मिले अवसर से उन्नति कर
नारी ,अंधानुकरण त्याग ,खराबियों से ,बचना होगा
--राजेश जैन
15-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Friday, August 14, 2015

स्वतंत्रता दिवस - नारी

स्वतंत्रता दिवस - नारी
---------------------------
अड़सठ साल में अच्छा ,नहीं देश बन सका
हम पढ़ लिख रही नारी अब ,देश बनायेंगी 
देश प्रेम हम रखती हैं ,कर्तव्य समझ अपने
भ्रष्टाचार मिटाकर स्वच्छ भारत बनायेंगी 

नारी में चेतना हम ,घर घर तक पहुँचायेंगी
प्रगति में हिस्सा हो ,नारी सम्मान बढ़ायेंगी
देश में बढ़ रही अति स्वछंदता प्रवृत्ति रोक 
स्वतंत्रता लड़ाकों के सपने साकार बनायेंगी

नई तकनीकों को ,उपभोग साधन ही नहीं
देश विकास ,खुशहाली का साधन बनायेंगी
करती रहीं गृह दायित्व पूरे नारी अभी तक
देश रक्षा तक पहुँच ,नया इतिहास बनायेंगी

शिष्टाचार ,संस्कार ,हितकर संस्कृति ,अपना
भाई ,बेटे ,परिजन पुरुषों में प्रेरणा जगायेंगी
स्वाधीनता दिवस पर देश निर्माण का प्रण ले
देश में ,हर परिवार ,समाज खुशहाल बनायेंगी
--राजेश जैन
14-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Wednesday, August 12, 2015

नवयौवना

नवयौवना
------------
नवयौवना , रानी रंग की ओढ़ चुनरी ,सौम्य छवि में
उसे ,अपरिचित की प्रशंसात्मक दृष्टि भली लगती है

भाई का यह कहना हजारों में एक है ,मेरी बहना
पापा का ख़ुशी में बोलना मेरे घर की तुम हो गहना
पति प्यार से कहें , प्रिया तुम सदा ऐसी ही सजना
अपने रूप की पुष्टि में ये सब उसे अच्छी लगती हैं

नवयौवनायें नित निखार सौंदर्य ऐसे ही अपना  
समाज में ऐसे शिष्टाचार की अपेक्षा रखती हैं
लेकिन सीमाओं से परे होता पुरुष व्यवहार ,नारी प्रति
बहन ,बेटी ,पत्नी किसी की ,को मनोवेदना दिया करती है
--राजेश जैन
13-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Tuesday, August 11, 2015

चुनौती समक्ष है उठाने की

चुनौती समक्ष है उठाने की
-----------------------------
धन से आकर्षित करने की
धन पर आकर्षित होने की
यह कु-रीत बदल देने की 
चुनौती समक्ष है उठाने की

रूप पर ललचाते रहने की
रूप पीछे मुग्ध घूमने की
अपनी कमजोरी मिटाने की
चुनौती समक्ष है उठाने की

बल से नारी पर छल करने की
बल से नारी पर वश करने की
आदिम परंपरा बदलने की
चुनौती समक्ष है उठाने की

हम समझें धन ,रूप एवं बल के
युक्ति-युक्त होने पर ही हमारा
समाज सुखद और अच्छा होगा
देश ,तभी सँस्कार समृध्द होगा
--राजेश जैन
12-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

 

Monday, August 10, 2015

नारी -आत्मनिर्भरता

नारी -आत्मनिर्भरता
------------------------
विनम्रता हो लब पे समस्या हल होती है
लब पे मधुर मुस्कान जीत दिल लेती है
ओंठों पर हो लाली तो अच्छी लगती है
ओंठों से लगी सिगरेट शोभा नहीं देती है

नित करके भोजन जीवन चलता है ,पर भोजन ही लक्ष्य नहीं होता है
रति क्रिया जरूरी पर ,जीवन लक्ष्य ,इसमें अति लिप्तता नहीं होता है
सुंदर तन सुंदर दिखता लेकिन लक्ष्य ,तन में मग्नता ही नहीं होता है
जीवन लक्ष्य ,कोरे मिले मन में ,अच्छाई बसा सुंदर होना यही होता है

नारी का आत्मनिर्भर होना अच्छा होता है
अबला को स्वावलंबी बनाना अच्छा होता है
नारी-पुरुष के छल रहित संबंध है सुख कारक
स्वाधीन नारी ,मदद करना पुरुष होना होता है
--राजेश जैन
11-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

 

Sunday, August 9, 2015

नारी -निर्भया

नारी -निर्भया
-----------------
वाक चातुर्य से नहीं हल होगा
चपेट आई नारी पर भय होगा
अच्छी कथनी करनी में बदले
तभी यौन अपराध कम होगा

शराब दुष्प्रभाव में छल होगा
संस्कृति-संक्रमण न हल होगा
अपनी संस्कृति से रूढ़ि हटायें
परिष्कृत संस्कृति में हल होगा

शिक्षित होना फैशन ही न बनायें
शिक्षा का लाभ ले जीवन बनायें
वीरांगनाओं के देश में वीरांगनायें
निर्भया बनने में इसे धर्म बनायें
--राजेश जैन
10-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

 

Saturday, August 8, 2015

परम वीरांगना #झुंझुनू_जिले_की_लेफ्टिनेंट_किरण_शेखावत


परम वीरांगना   #झुंझुनू_जिले_की_लेफ्टिनेंट_किरण_शेखावत
------------------------------------------------------------------------
भारत गौरव बचाने को ,तज प्राण ,शहीद हो रही बेटियाँ
मन में राष्ट्र-भक्ति भाव लिए ,सैनिक बन रही बेटियाँ

भारत ,भव्यता बढ़ाने को ,अब उत्सुक हो रही बेटियाँ
जोड़ कंधे से कंधा ,देश निर्माण में भाग ले रही बेटियाँ

भोग नहीं ,त्याग प्रधानता जीवन ,संदेश दे रही बेटियाँ
पढ़ने लिखने के मिले अवसर ,व्यर्थ नहीं कर रही बेटियाँ

सपूतों के परम वीर होने की ,गौरवशाली परंपरा में
परम वीरांगना होने का ,नया अध्याय जोड़ रही बेटियाँ
--राजेश जैन
09-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Friday, August 7, 2015

धर्मा माँ

धर्मा माँ
----------
धर्म आड़ ले ,माँ कहते उससे ,गोद बिठा आशीर्वाद ले रहे हैं
रूपवान बेटी किसी की ,आइटमगर्ल कह नचा मजे ले रहे हैं 

सुरा-सुंदरियों की ,कैमरों में ,नग्न रिकॉर्डिंग में रस ले रहे हैं 
पॉर्नस्टार ,अभिनेत्री बना वॉलपेपर उसके सजाये जा रहे हैं

बेशर्मी से उससे पॉर्नाग्राफी , प्रोफेशन निरूपित करा रहे हैं 
कॉलेज में पढ़ाई छोड़ , उसे प्रेमालाप का अड्डा बना रहे हैं

उन्नति के पते तलाशती नारी को ,पतन खाई में गिरा रहे हैं 
आधुनिकता में यौनाचार को ,पीढ़ी जीवन-दर्शन बना रहे हैं
--राजेश जैन
08-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Thursday, August 6, 2015

आईएएस नारी-चुनौतियाँ

आईएएस नारी-चुनौतियाँ
-----------------------------
आईएएस तुम ,तुम्हें ना कहना था
भारत में ना पसंद ,जन्म लेना था
सहमत ,नारी दशा है चिंतनीय यहाँ
बदलने के लिए तुम्हें लोहा लेना था

तुम ही अगर ऐसे अपनी हार मानोगी
उच्चपद के दायित्व को न पहचानोगी 
कैसे बनाओगी लक्ष्मीबाई  के देश को
नारी को दुर्गति से उसे कैसे उबारोगी

तुम्हारी मनोदशा साफ़ बतलाती है
व्यवस्था की कमी को झलकाती है
उच्चासीन पुरुष भी लोफराई करता
बदलाव चुनौती कठिन हो जाती है

समक्ष कठिनाइयाँ विचलित करती हैं
जूझ अविचलित , इतिहास बदलती हैं
त्याग , चुनौतियों से ऐसे न घबराओ 
वंचित नारियाँ तुमसे अपेक्षा रखती हैं
--राजेश जैन
07-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

Wednesday, August 5, 2015

नारी-आईएएस

नारी-आईएएस
-----------------
जन्म के पहले मार देते हो ,जन्मी तो न मान देते हो
चिरौरी करते घूमते पीछे ,विवाह समय दहेज लेते हो

अपनी को उढ़ाते वस्त्र परतें ,दूसरी को उघाड़ देते हो
सबल तुम ऐसे ब्याही पर बल प्रयोग किया करते हो

बाहर आने मजबूर हुई नारी को ,मान न दिया करते
सरेराह अस्मिता पर ,कायराना तुम हमला करते हो

कहते थे अशिक्षित ,गँवार होने से पिछड़ती  है नारी
आईएएस हो जाने पर भी ,उसे अपमानित करते हो
--राजेश जैन
06-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

 

Tuesday, August 4, 2015

मैं तुम्हारी .... थी

मैं तुम्हारी .... थी
--------------------
मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड थी
-------------------------
निष्ठुर ,सिर्फ तुमसे हमने
अपने मन ,आनंद बाँटे थे
पर कई गर्लफ्रेंड से तुमने
अपने सुख के पल बाँटे थे
मैं तुम्हारी पत्नी थी
----------------------
निष्ठुर ,तुमसे ब्याह कर हमने
सुखद जीवन के सपने देखे थे
लेकिन अतीत कुरेद के ,हमसे
तलाक में अपने हित देखे थे
मैं तुम्हारी सहकर्मी थी
--------------------------
निष्ठुर ,दो विश्वास में छल से 
हम उदासीन रहना चाहते थे
लेकिन हमारी निजता में तब
तुम घुसपैठ किया करते थे
मान दो नारी को
-------------------
निष्ठुर , तुम से मिलकर भी
निष्ठुर ,तुमसे दूर रहकर भी
जीवनभर सुखी हम रह न सके
मान दो नारी को अगर हो सके
--राजेश जैन
05-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman


 

Monday, August 3, 2015

डिवोर्सी -তালাকপ্রাপ্ত - اور طلاق یافتہ

डिवोर्सी -তালাকপ্রাপ্ত - اور طلاق یافتہ
----------------------------------------
उतरा मुख ले डिवोर्सी हो आती जब माँ-पापा की वृध्दता गहरी हो जाती है
भाई-परिवार सुख में कमी आने से मै, मेरी मासूम बेटी अप्रिय हो जाती है

बाहर ,स्कूल में बेटी समक्ष प्रश्नों से समाज-विकृति के दर्शन हो जाते हैं
आजीविका संघर्ष में ,प्रतिष्ठित पुरुष भी नीचता लिए मेरे समक्ष आते हैं

आदिमयुगीन क्रूरता अनुभव कर ,साहसी दिखती मै अंदर घबरा जाती हूँ
नारी को मनुष्य न मानते अभी भी ,सभ्यता कब आएगी ,प्रश्न उठाती हूँ
--राजेश जैन
04-08-2015
 



 

Sunday, August 2, 2015

फ्रेंडशिप डे -पश्चात

फ्रेंडशिप डे -पश्चात
----------------------
रूप-सौंदर्य पर मुग्ध हो बनते ,क्या अच्छे मित्र हो सकते हैं
धन-वैभव से प्रभावित हो बनते ,क्या सच्चे मित्र हो सकते हैं
निजहित भूल सहयोग करते ,कठिनाइयों में साथ खड़े होते
न भुलाना ,न खोना इन्हे ,ये सही अर्थों में मित्र हो सकते हैं

रूप चला जाता समय जाने पर ,वैभव भी न काम आ पाता है
जीवन में वह समय भी आता ,अनुकूल कुछ नहीं रह जाता है
मानसिक सहारा बन ,वैचारिक मित्र जोड़ा जीवन में यदि
जीवन के प्रतिकूल समय में ,ऐसा मित्र ,सहारा बन आता है
--राजेश जैन
03-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman
https://www.facebook.com/PreranaManavataHit



 

Saturday, August 1, 2015

डिवोर्स - नारी और समाज

डिवोर्स - नारी और समाज
------------------------------
विवाह विच्छेद के दुष्परिणाम क्या , तलाक-शुदा ज़िंदगी जहन्नुम जैसी
डिवोर्स लिया वाइफ-हस्बैंड ने ,हुई उनकी ,उनके चिल्ड्रन की हालत कैसी ?
डिवोर्स हुआ यदि केरेक्टर लूज़ होने के रीज़न से
इससे लेसन ले चिल्ड्रन को केरेक्टर न खोना होगा
विवाह विच्छेद हुआ यदि दहेज के प्रश्न उठने से
सबक ले बच्चों को ,दहेज कुरीत बदल देना होगा
तलाक गर हुआ जुआँ शराबखोरी लत की वजह से
औलादों को लत न लगाने की कसम उठाना होगा
भुगतने के पहले , दूसरों की दुर्गति देख , हमें समझ और समझाना होगा
डिवोर्स ,तलाक , छुट्टाछोड़ी न करके समाज को नर्क से स्वर्ग बनाना होगा
--राजेश जैन
03-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman