Friday, December 5, 2014

5 Dec.

 5 Dec.
----------
आज 5 Dec. है , मेरे एक फ्रेंड की पत्नी का जन्म दिन , लगभग 15 वर्ष की पत्नी द्वारा स्मोकिंग पर आपत्ति और रोकटोक के बीच मेरे फ्रेंड ने पिछले वर्ष स्मोकिंग छोड़ने का प्रण कर अपनी पत्नी को बेशकीमती उपहार दिया था। प्रसन्नता में इस पर ऐसा एक आलेख भी मैंने इसी पेज पर लिखा था।
कुछ दिनों पूर्व उन्होंने मुझे सखेद बताया था , वे निभा नहीं सके हैं ,उन्होंने स्मोकिंग पुनः आरम्भ कर दी है। मैंने मन में बुरा माना किन्तु प्रत्यक्ष में मुस्कुराकर कहा 5 Dec. इस वर्ष भी आएगा ,भूल सुधार का अवसर ना चूकना।
आज 5 Dec. है ,आशा है फिर एक बार मेरा मित्र अपनी पत्नी को यह बेशकीमती उपहार अवश्य दे पायेगा।
लिखने का दूसरा अभिप्राय भी है , थोड़ा भी भला कर पाना और भला को निभा पाना कितना दुरूह (कठिन) हो गया है।  इसको ध्यान में रख बुरा कुछ करने के पहले हमें अनेकों बार सोचना चाहिए।  बुरा किया तो आसानी से जाता है , लेकिन जब उसे मिटाने का और भला करने की बारी आती है तो वह कितना कठिन हो जाता है।
स्मोकिंग एक अस्वास्थ्यकारी बुराई है जो स्वास्थ्य हानि के साथ अनावश्यक व्यय का कारण होती है और पति -पत्नी के बीच अनुराग के समय के बीच व्यर्थ तकरार के कारण उत्पन्न करती है।
--राजेश जैन 
05-12-2014

No comments:

Post a Comment