रेप पर मज़हब या धर्म का आज उठता सवाल कैसा
रेप , नारी से पहले उसने अपने मज़हब पर किया है
रेप पर मज़हब या धर्म का आज उठता सवाल कैसा
रेप , नारी से पहले उसने अपने मज़हब पर किया है
कोई धर्म किसी पर रेप को कभी अप्रूव नहीं करता
फिर मज़हब रेपिस्ट का निष्कासन क्यूँ नहीं करता
इक मजहब की बेटी के रेप का बदला दूसरे की बेटी पर ले करते हो
नारी पर ऐसे एक के बाद एक और अत्याचार का सिलसिला करते हो
देश में ख़ुशहाली के लिए - बैर-नफरत को खत्म करना होगा
हममें हरेक को - एक गैर मज़हबी घर का हितैषी बनना होगा
रेप , नारी से पहले उसने अपने मज़हब पर किया है
रेप पर मज़हब या धर्म का आज उठता सवाल कैसा
रेप , नारी से पहले उसने अपने मज़हब पर किया है
कोई धर्म किसी पर रेप को कभी अप्रूव नहीं करता
फिर मज़हब रेपिस्ट का निष्कासन क्यूँ नहीं करता
इक मजहब की बेटी के रेप का बदला दूसरे की बेटी पर ले करते हो
नारी पर ऐसे एक के बाद एक और अत्याचार का सिलसिला करते हो
देश में ख़ुशहाली के लिए - बैर-नफरत को खत्म करना होगा
हममें हरेक को - एक गैर मज़हबी घर का हितैषी बनना होगा
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