भले ही हम प्रत्यक्ष जिम्मेदार नहीं हैं - किसी ख़राबी के लिए
किंतु यदि देश और समाज ठीक नहीं तो - समस्या हमारी ही है
भले ही हम प्रत्यक्ष जिम्मेदार नहीं हैं - किसी ख़राबी के लिए
किंतु यदि देश और समाज ठीक नहीं तो - समस्या हमारी ही है
बेहद गरीब , अपढ़ या मंद बुध्दि - यदि हम नहीं तो
हमें अग्रणी भूमिका लेनी होगी - भली परंपरा रखने में
जिसे पसंद नहीं करते उसके हजार गुण - हमें नज़र नहीं आते हैं
और जिसे पसंद करते उसके अवगुण भी गुण - हमें नज़र आते हैं
किंतु यदि देश और समाज ठीक नहीं तो - समस्या हमारी ही है
भले ही हम प्रत्यक्ष जिम्मेदार नहीं हैं - किसी ख़राबी के लिए
किंतु यदि देश और समाज ठीक नहीं तो - समस्या हमारी ही है
बेहद गरीब , अपढ़ या मंद बुध्दि - यदि हम नहीं तो
हमें अग्रणी भूमिका लेनी होगी - भली परंपरा रखने में
जिसे पसंद नहीं करते उसके हजार गुण - हमें नज़र नहीं आते हैं
और जिसे पसंद करते उसके अवगुण भी गुण - हमें नज़र आते हैं
No comments:
Post a Comment