Wednesday, April 11, 2018

एहसान किया जाना -  खालिस एहसान होना चाहिए
निज स्वार्थ की मिलावट - कतई नहीं होना चाहिए

एहसान किया जाना -  खालिस एहसान होना चाहिए
निज स्वार्थ की मिलावट - कतई नहीं होना चाहिए

नई पीढ़ी की ज़िंदगी ज्यादा है - ख़ुशी से जीने के लिए
उन्हें देश-समाज में ख़ुशहाली लानी होगी - अपनी सोच दुरुस्त करनी होगी


पुरखे ख़ुशहाली में गुजर नहीं कर सके - उन कारणों को खत्म करना होगा
जो भूल पुरखों ने कीं - उन्हें ही जारी रखना ठीक नहीं होगा

मशीन ख़राब हो तो - उसे ठीक करा लेते हैं
सोच ख़राब हो गई - उसे ठीक करते क्यों नहीं??

तय है कि
औरों को ख़ुशी से यदि जीने नहीं देंगे
तो ख़ुद हम ख़ुशी से जी नहीं सकेंगे

फ़िजा ही बिगड़ गई जब - मौसम का मिज़ाज असर नहीं करता
ख़ुशमिज़ाज रहने के लिए - फ़िजा ठीक करने का जिम्मा लेना होगा







 

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