Sunday, April 1, 2018

यह समय मधुर साथ का - बीत जाएगा
तेरा चला जाना - मीठी याद बन सताएगा

दुल्हन सुंदर क्यूँ लगती है?
उसके हृदय में सुंदर जीवन सपने होते हैं
 पत्नी से ऊब क्यूँ होती है?
उसके सुंदर सपने दम तोड़ चुके होते हैं


तलाश कोई , इक मंजिल है - जिसकी खातिर हम सफ़र करते हैं
मंजिल मिले ना मिले - मिली ज़िंदगी का सफर हम तय करते हैं

साथ ये जब तक - हम बाँट खुशियाँ जी लें
बाद साथ में सीखे से - दुनिया रोशन कर दें

मेरा साथ खोकर - तुम कभी खेद करना नहीं
ज़िंदगी तुम्हारी जब तक - परहित छोड़ना नहीं

सबकी अपनी प्राथमिकतायें - अपनी स्वार्थ अभिलाषायें हैं
राष्ट्र विकास , समाजहित से - किसी का कोई सरोकार नहीं

इमेज बनाने की हसरत रखने से बेहतर - भाई
बेहतर काम अंजाम देना - इमेज ख़ुद बन जाएगी 

सेल्फ़ी की इमेज - देखने की फुरसत ख़ुद हमें नहीं होगी
भले काम से बनी आपकी इमेज - जमाना कभी देखेगा

ज़माना याद करे ना करे - फ़िक्र करना नहीं कभी
ज़िंदगी में हमसे भले काम हों - फ़िक्र करना सभी

ज़माना याद करे ना करे - फ़िक्र करना नहीं कभी
ज़िंदगी में हमसे भले काम हों - फ़िक्र करना सभी










 

No comments:

Post a Comment