ख़ून बहा बहा कर - ब्लड बैंक से ख़ून ख़रीदने जाते हैं
ब्लड बैंक के खून में - क्या हिंदू-मुसलमां लिखा होता है
यह हिंदू - मुसलमान सवाल बार बार क्यों उठ खड़ा होता है
जब अपने-अपने घर में - हम पड़ोसी अपनी ख़ुशी से रहते हैं
अपनी औलादें पैदा करते हो - क्या बेमौत मारे जाने के लिए
ग़र ज़बाब न है - औरों की औलादों को बेमौत मारते क्यों हो
प्रकृति , संस्कृति और प्रगति दिशाओं के विपरीत चल के
ख़ूनख़राबा में मज़हब और इंसानियत का हित ढूँढ रहे हैं
ब्लड बैंक के खून में - क्या हिंदू-मुसलमां लिखा होता है
यह हिंदू - मुसलमान सवाल बार बार क्यों उठ खड़ा होता है
जब अपने-अपने घर में - हम पड़ोसी अपनी ख़ुशी से रहते हैं
अपनी औलादें पैदा करते हो - क्या बेमौत मारे जाने के लिए
ग़र ज़बाब न है - औरों की औलादों को बेमौत मारते क्यों हो
प्रकृति , संस्कृति और प्रगति दिशाओं के विपरीत चल के
ख़ूनख़राबा में मज़हब और इंसानियत का हित ढूँढ रहे हैं
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