Friday, April 6, 2018

प्रचार-प्रसार तंत्र पर जिनका बोलबाला - महान वही दिखते हैं
वास्तविक जो महान दायित्व निभाते - साधारण ही दिखते हैं

प्रचार-प्रसार तंत्र पर जिनका बोलबाला - महान वही दिखते हैं
वास्तविक जो महान दायित्व निभाते - साधारण ही दिखते हैं

काले हैं कारनामे वे - आज पथ प्रदर्शन करते हैं
अंधश्रध्दा में पाखंड का - हम अनुकरण करते हैं

कोई दिखा रहा हमें देश विकास का सपना
कोई दिखा रहा ग्लैमरस जीवन का सपना
क्षमतायें अपनी भूल रहे हम सम्मोहनों में 
व्यर्थ कर रहे अनमोल मानव जीवन अपना

ये हमसे ज्यादा जानते हैं - इन्हें पढ़ो , इनसे समझो , इनसे सीखो
भ्रम है - धनी,प्रतिष्ठित या लोकप्रिय होना विव्दता की पुष्टि नहीं करते

थोड़ा मगर सच्चा ज्ञान हमसे ज्यादा एक बच्चे का होता है
जो अंधश्रध्दा अंधविश्वास और धूर्तता आदि से दूर होता है

हम पढ़ लिख कर ज्यादा जानने समझने लगे हैं लेकिन
इसका प्रयोग हम अपनी भ्रम उन्नति के लिए कर रहे हैं





 

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