Monday, January 8, 2018

जो समय के साथ - कदम मिला चलते थे
2014 के बाद - अब सिर्फ समय चलता है

हम सेलेब्रिटीस के फेन होकर - उनमें बड़ी खराबियां भी नहीं देखते
बात साधारण की होती जब - उनमें अच्छाई भी कुछ हैं नहीं देखते

रुक गए वे - जिन्हें समय के साथ अभी और चलना था
ग़लत दिशा जा रहा - समय की दिशा , सही बदलना था

मेरी बेटी मेरा अभिमान को-बेटी का महत्व बढ़ाने की दृष्टि से देखें
छोटे परिवार में-उन्हें इससे चिढ न होनी चाहिए जिनके सिर्फ बेटे हैं

बहू जब लानी होगी - हम किसी की बेटी ही ढूँढेंगे
न हो शिकायत कि - समाजविज्ञ नए नारे ढूँढेंगे

नज़रों में आया सबकी - चालढाल दुरुस्त रखना है
याद रखना है - ज़माना हमसे प्रेरणा ले सकता है

गुरूर में मेरे हमदम - तुम क्यों रहते हो
टूटने पर भी हमें - ज़िंदगी जीना होता है

और भी पहलू तो हर बात के हैं
मगर
मानवता का होना मानव से एकमात्र अपेक्षित पहलू होता है







 

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