Sunday, January 28, 2018

बीस बचे माने तो 40 क्विंटल अनाज 60 क्विंटल वनस्पति खा लेंगे
दे न सके कुछ समाज और मानवता को तो बोझ के सिवा क्या देंगें

हमसा न मिलेगा - तुम्हें कोई चाहने वाला
इसलिए
मोहब्बत तो रखना सभी से तुम - मेरी मोहब्बत सी अपेक्षा न रखना
ख़ुद के लिए है हर कोई ख़ास - ऐसे ही अपने लिए मैं हूँ
ख़ास बात मगर कि - ख़ासियत औरों में देखता भी मैं हूँ

जी अच्छा है - किसी का ईमान आप नहीं
लोग सबसे पहले भूलते वह ईमान ही तो है

 

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