Thursday, January 4, 2018

शरमाईं,झुकाईं पलकें

सीने से लग - उनने नज़र भर जो हमें देखा
शरमाईं,झुकाईं पलकें - आग़ोश में सिमट गईं

सौ ज़ुल्म हम पर करके - होशियार वह
आग़ोश में भर कर - जादू किया करता है

गुलाब लिखते हो हमें - कहाँ हमें तकलीफ़ है
तकलीफ़ इसलिये कि - ग़ुलाब सा रखते नहीं

इंग्लिश , हिंदी , उर्दू - भले ही हमें ना आती हैं
प्यार में जो हैं जिम्मेदारी - वे निभानी आती हैं

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