Thursday, January 11, 2018

तुम अगर चल सको तो - साथ चलो मेरे
जहाँ सिर्फ मोहब्बत हो - वह मंजिल खोजेंगे

अपने दिल में हो मोहब्बत - तमाम औरों के लिए
औरों के दिल में हो हमारे लिए प्यार - शहर हम खोजेंगे

देखे कोई नफ़रत से - असफ़लता हमें लगती है
जहाँ प्यार हो हर नज़र में - वह नगर हम खोजेंगे

सिर्फ अपने जीने की फ़िक्र में - हम इंसान न लगते हैं
औरों की ज़िंदगी की फ़िक्र हो जहाँ - वह चमन खोजेंगे 

आसमान से प्यार बरसे - दरिया में आये मोहब्बत का सैलाब
जमीं पे खिली हों प्यारी प्यारी कलियाँ - मंज़र वह खोजेंगे

यथार्थ बदलना मुश्किल - सपने तो देख ही लें
सुना है हमने - कभी सपने भी साकार होते हैं


गम तो होता है जब कोई विदा लेता है , इसलिए
जब तलक हम दुनिया में आप अलविदा न कहना

हमारा दिल जब - धड़कता किसी और के लिए
मोहब्बत कहते हैं इसे - घबराहट बहुत होती है

सुलझने की ख़्वाहिश जब - कुछ भी करो मंजूर है
उलझनें चेहरे पर तुम्हारे - खंजर सी हमें गड़ती हैं

किसी और के हम - ख़ुद ही नहीं होना चाहते हैं
फ़र्क क्या फिर - वो अपना होने या ना होने दे

यद्यपि उर्दू ने हमारी - हिंदी अशुध्द कर दी
शुक्र फिर भी कि - मोमिन को इंसान ही देखा हमने




 

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