Saturday, May 23, 2015

लिव इन रिलेशन

लिव इन रिलेशन
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हम स्वतंत्र ,कुछ करने को ,युवा-अधबूढ़े स्वतंत्र होते हैं
जीवन अपना ,अपने अंदाज से जीने को स्वतंत्र होते हैं
स्वतंत्र करने से दुःखी जीवन या समाज यदि बनता है
करें विचार ,दुःखी रहने-करने से बेकार जीवन होता है

होते त्वरित बदलाव अबके सकारात्मक हम ले लेते हैं
आधुनिक होते नारी-पुरुष रिश्तों को मान्यता दे देते हैं

कह गर्लफ्रेंड बदलते नारी,पचास तक निभाली जाती है
न मरी तब तक तो बूढी गर्लफ्रेंड ,क्या निभाई जाती है ?
आधुनिक दिखने वह शराब सिगरेट अपनाती जाती है
इनसे रोगी होने पर परछाईं बॉयफ्रेंड की छिप जाती है

परिवार में रहती थी बूढी-रोगी तक निभाली जाती थी
लिव इन रिलेशन - डिवोर्सी यह सुनिश्चितता पाती है ?

प्रगतिशील ,हमें दकियानूसी कहाना नापसंद होता है
विकल्प दो परिवार का अन्यथा न बदलो संस्कृति को
--राजेश जैन
24-05-2015

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