चुनौती पुरुष-नारी समक्ष
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सिने सेलिब्रिटी ,देते प्रोग्राम जिस मंच से
धकधक गर्ल ,व्दिअर्थी हास्य दृश्य होते हैं
भाईसाहब ,बहनजी शब्द आदर के वहाँ पे ...
प्रशंसकों से संबोधन के शब्द नहीं होते हैं
दर्शक होते रोज इन दृश्यों के इसलिए तो
अब लड़की कोई कहे भाईसाहब लड़के को
या लड़का कहे बहन जी किसी लड़की को
ये प्रयोग में लगते उन्हें अपमान सूचक हैं
सेलिब्रिटी तो कमाते इन दृश्यों को दिखा के
सेलिब्रिटी तो रहा करते सुरक्षित बँगलो में
पुरुष दर्शक फ़िल्मी दृश्यों से होते बावले जो
देखते धकधक गर्ल ,हर जगह हर नारी में
बावलों से बचे कैसे? चुनौती नारी समक्ष है
सम्मानीय जीवन की चुनौती नारी समक्ष है
ले रहा समाज ,सीख , फिल्म- सेलिब्रिटी से
इन्हें बदलें यह चुनौती पुरुष-नारी समक्ष है
--राजेश जैन
20-05-2015
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सिने सेलिब्रिटी ,देते प्रोग्राम जिस मंच से
धकधक गर्ल ,व्दिअर्थी हास्य दृश्य होते हैं
भाईसाहब ,बहनजी शब्द आदर के वहाँ पे ...
प्रशंसकों से संबोधन के शब्द नहीं होते हैं
दर्शक होते रोज इन दृश्यों के इसलिए तो
अब लड़की कोई कहे भाईसाहब लड़के को
या लड़का कहे बहन जी किसी लड़की को
ये प्रयोग में लगते उन्हें अपमान सूचक हैं
सेलिब्रिटी तो कमाते इन दृश्यों को दिखा के
सेलिब्रिटी तो रहा करते सुरक्षित बँगलो में
पुरुष दर्शक फ़िल्मी दृश्यों से होते बावले जो
देखते धकधक गर्ल ,हर जगह हर नारी में
बावलों से बचे कैसे? चुनौती नारी समक्ष है
सम्मानीय जीवन की चुनौती नारी समक्ष है
ले रहा समाज ,सीख , फिल्म- सेलिब्रिटी से
इन्हें बदलें यह चुनौती पुरुष-नारी समक्ष है
--राजेश जैन
20-05-2015
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