Saturday, May 2, 2015

यह नारी अपमान है ....

यह नारी अपमान है ....
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पुरुष और नारी में यौन उत्कंठा बढ़ाने वाले शारीरिक अंग होते हैं । जब पुरुष -नारी अपनी दिनचर्या में साथ या आमने-सामने होते हैं। दृष्टि का एक दूसरे पर पड़ना स्वाभाविक होता है। भाई -बहन , पिता -बेटी एवं माँ -बेटे होते हैं , जिनमें भी ऐसे शारीरिक अंग होते हुये एवं सबसे ज्यादा समय का परस्पर साथ होने पर भी कभी, इन रिश्तों के नारी -पुरुष में दृष्टि ऐसे अंगों पर अटकती नहीं है। दृष्टिकोण मलिन नहीं होता है।
सामाजिक व्यवस्था में पति -पत्नी एक परिवार में रहते हैं , उनके बीच प्रणय -संबंध को , समाज अनुमोदना मिलती है। उल्लेखित दृष्टि अपवाद रूप में इस रिश्ते में अच्छी लग सकती है,  वह भी परिस्थिति ,समय और स्थान अनुरूप। इसके अतिरिक्त अंग विशेष पर किसी की दृष्टि यौन भावना से ठहर जाना , स्वस्थ समाज , अपेक्षा से दृष्टि अनुमोदित नहीं की जा सकती है।
ऐसा दृष्टि ठहराव ,नारी सम्मान को आहत करता है और नारी के अपमानित होने का मुख्य कारण बनता है। विडंबना कहें उस बात को समस्या रूप में नहीं पहचाना जा रहा है। कोई पुरुष यदि वह नारी का पति नहीं है , उसकी दृष्टि , नारी के अंग विशेष पर ठहर जाये या पलट -पलट कर आये तो लेखक इस दृष्टि को , पुरुष द्वारा उस नारी का किया गया अपमान निरूपित करता है। इतना ही नहीं  आजकल की उन सारी सेलिब्रिटीज चाहे वह नारी ही क्यों न हो , जो अपनी प्रस्तुतियों (आइटम सांग्स, वल्गर वीडियो , पोस्टर ) , स्टेटमेंट्स और हावभाव से , पुरुष दृष्टि को नारी यौनांग की ओर आकर्षित करती हैं , इस लेख के माध्यम से नारी सम्मान का सबसे बड़ा दुश्मन भी निरूपित करता है।
इन का अपराध और भी भीषण इसलिए हो जाता है क्योंकि वे ऐसी मासूम बेटियों -बहनों को सम्मोहित करते हैं , जो जीवन अनुभव के अभाव में उनकी प्रशंसक बनती हैं , उन जैसा बनने की कामना पालती हैं , और उनकी नकल करने के प्रयत्न करती हैं।  ये तथाकथित सेलेब्रिटीस दर्शक/श्रोता पुरुषों को भी उकसाते हैं . उनमें लोकप्रियता अर्जित कर , अपने आर्थिक मंतव्य सिध्द करते हैं। जिस काम के लिए धिक्कारा जाना चाहिये ऐसे छिछोरे हास्य ,फूहड़ता और अश्लीलता के लिए ये , जहाँ-तहाँ सम्मान और प्रतिष्ठा पाते हैं।
समाज में नारी सम्मान की सुनिश्चितता के प्रति हम (पुरुष और नारी) यदि गंभीर हैं तो , सर्वप्रथम इन सम्मोहनों से हमें मुक्त होना होगा। इस तरह , नारी अपमान को प्रौन्नत करने वाले सभी सेलिब्रिटीज के  महत्व को ख़त्म /एक सीमा तक कम करना होगा।
--राजेश जैन
02-05-2015

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