Wednesday, April 8, 2015

36-24-…


36-24-…
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यह शारीरिक आकृति उम्र विशेष में किसी नारी के स्वस्थ शरीर ,होने की द्योतक होती है। लेकिन जिस तरह कहा , लिखा जाता है वह इस बात का द्योतक होता है , इस आकृति को आज , पुरुष स्वस्थ दृष्टि से नहीं देख रहा है। हालाँकि ,लेखक नहीं मानता सभी पुरुष ऐसी दृष्टि करते हैं , और यह भी नहीं मानता कि नारी के साजो-श्रृंगार के उद्देश्य - पुरुष की दृष्टि में वासना घोलने की होती है। लेकिन यह तो तय है , क्या हम चाहते हैं उससे उलट ऐसा करते हैं , जिससे हमारी चाहतों से विपरीत सब होता चलता है।
$ सेलिब्रिटीज ने अपने व्यवसाय संभावनाओं , अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिये इसे जुमले (36 - …… ) को प्रमोट किया , इस तरह के वीडियो , फोटोशूट कर प्रसारित किये करवाये , जिससे पुरुष दृष्टि नारी में सिर्फ वासनापूर्ति की वस्तु देखने लगी , उन्हें हमने अपनी आदर्श बनाया , उनके पिक्चर अपनी प्रोफाइल पिक बनाई।
$ सेलिब्रिटीज ने स्वस्थ नहीं रही - पुरुष दृष्टि को बेशर्मी नहीं माना ,अपनी मनोभावना की पूर्ती मान प्रसन्नता ज़ाहिर की. साफ है वह शारीरिक स्वास्थ्य को दर्शाने का नहीं पुरुष को ललचाना चाहती रही।  कुछ समय पूर्व एक चित्रकार अपनी 80 वर्ष से अधिक उम्र में एक नारी देहयष्टि को अपने चित्रों में उतार , एक सेलेब्रिटी के लिए अपने उम्र के तकाजे के विपरीत - प्रेम इजहार करने में लगा था। निसंदेह - इस तरह का प्रदर्शन हमारे पूर्व समाज में घटियापन ही माना जाता था।
$ सुंदर -कुछ भी हो अच्छा लगता है , लेकिन प्रदर्शन का उद्देश्य अगर सिर्फ शारीरिक संबंधों को उकसाना हो तो न तो प्रदर्शित करने वाला ठीक है , न ही उसके दर्शक ठीक हैं। क्योंकि इस चलन के बढ़ने के साथ हर किसी की बहन , बेटी या पत्नी के शरीर पर से पुरुष की गंदी दृष्टि की यात्रा संभावना बढ़ती है , जो छेड़छाड़ और दुष्कृत्यों की संभावना बढ़ा देते हैं।
$ बदले समय के साथ अब हम अपनी बहन , बेटी और पत्नी को घर की चाहरदीवारियों में नहीं रख पायेंगे। हमें उन्हें पढ़ने ,मार्केट , व्यवसाय या जॉब को भेजना ही होगा , इसलिए जरूरी यह होगा की बाहर उनका सामना पुरुष की स्वस्थ दृष्टि से हो , ताकि उनका सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित हो।
$ हमें '36 - … -36' के आकर्षण में अपने चाहतों और करनी में ऐसा बेमेल (36) नहीं करना चाहिए। चाहत और करनी में सामंजस्य करना चाहिए। पेज नारी चेतना का अभिप्राय भी रखता है , अतः नारियों को परामर्श है - वे क्या चाहती हैं उसे भली-भाँति विचार में रख उससे मैचिंग (अनुरूप) कार्य करें।
--राजेश जैन
09-04-2015

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