Friday, June 21, 2013

मूर्खता

मूर्खता 
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समझदार व्यक्ति जीवन में मूर्खताएं नहीं करते या कम करते हैं .
पर कुछ मूर्खताएं कर लेते हैं . कुछ मूर्खताएं करने से  बच जाते हैं इसलिए नहीं कि वे समझदार हैं बल्कि इसलिए के वे मूर्खताएं वे करना चाहते रहे हैं. लेकिन परिस्थिति या दूसरे की सावधानी से वे नहीं कर पाते .
कम समझदार कुछ अधिक मूर्खताएं कर लेते हैं .

अतः मूर्खताएं होना बहुत बड़ा पाप नहीं है . उससे अवसरों पर शर्मिंदा हो लेना चाहिए . और जीवन के बाद के समय कभी कभी स्मरण आने पर स्वयं पर हँस भी लेना चाहिए . लेकिन उनसे बहुत अवसाद की स्थिति में नहीं जाना चाहिए . क्योंकि मूर्खताएं सिर्फ हमसे ही नहीं सबसे हो जाती हैं . मूर्खताओं से उत्पन्न विषम स्थिति से जल्द से जल्द उबर जाने का प्रयास हमें करना चाहिए . और उससे सबक अवश्य लेना चाहिए ताकि स्वयं और दूसरों को अपनी मूर्खताओं से विषम स्थिति में डालने के अवसर कम से कम आयें ...


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