Friday, February 23, 2018

मोहब्बत से ले लो तो - मुफ़्त ही मिल जाऊँगा
खरीदना ग़र चाहोगे - यह हैसियत तुम्हारी नहीं

ख़रीद - फ़रोख़्त में - बिकता इंसान नहीं होता
इंसान होना - एक बेशक़ीमती तौफीक है तुम्हें

बचपना बीत जाए - यौवन बुखार उतर जाए
ख़्याल औरों के लिए करने का - उमड़ आए
मानव में यह - जीवन का आरंभ है

बदल रही रीतियाँ - समय का चलना है
आँचल की दुहाई - बन गया छलना है
 

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