Sunday, February 18, 2018

रूह से मोहब्बत रखने वाले - तुम्हारी ख़ुशी में खुश होंगें
जिस्म से जिन्हें मोहब्बत - हुस्न रहते तुम्हें पसंद करेंगें
जिस्मानी ग़र मोहब्बत - तब हुस्न अहं मुद्दा है
रूहानी मोहब्बत में - रिश्ता होना भी मुद्दा नहीं

मज़हब कोई नहीं कहता - मेरे मानने वाले की तादाद ज्यादा हो
मज़हब कहता , मेरे मानने वाले - तुममें इंसानियत की तादाद ज्यादा हो

नाज़नीन हमें बनाया कुदरत ने - हमारी खता क्या है
सबकी नज़रें हैं हम पर - नज़रों में राज़ बता क्या है

 

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