Tuesday, February 27, 2018

ज़िंदगी अपने तरह बसर कर - हम चले जायेंगे
भले बनें सब खयाल ज़ेहन में - रख ले जायेंगे

मौका देगी ये ज़िंदगी हमें - जब तक
क्यों है ये ख़ून ख़राबा सोचेंगें - तब तक

ये ख़ून ख़राबा कब, क्यों और किसे - मजा देता है
सबमें हो भाईचारा हमें तो ये देखना - मजा देता है

पति हो साथ तब भी पत्नी - सुरक्षित क्यों नहीं
कितनी ही बड़ी हस्ती हो नारी - सुरक्षित क्यों नहीं



 

No comments:

Post a Comment