Friday, February 16, 2018

आप ऐसे किसी की हस्ती पे फ़िदा मत हो जाओ
कि खुद आप अपनी ही हस्ती बनाना भूल जाओ

आप ऐसे किसी की हस्ती पे फ़िदा मत हो जाओ
कि खुद आप अपनी ही हस्ती बनाना भूल जाओ

क्या होती है इक इंसान की हस्ती- आप समझ लेना
सिने अदाकार या सेलिब्रिटी को हस्ती न समझ लेना

चकाचौंध के गुलामों को हमने हस्ती माना है
इंसानियत से भटकाया - उन्हें हस्ती जाना है

इंसान हैं हम - इंसानियत से मोहब्बत रखें
बनाये वह हस्ती - कि हम इंसान से दिखें

जीवन में अनायास हमसे करीब होता है - मगर
कोई मधुर रिश्ता सप्रयास ही - हमेशा निभता है

दुनिया भली बनाने को - हम सबका लेखन प्रयास निरंतर हैं
भली नहीं बनती इसलिए कि सच्चे प्रयासों से हमारा अंतर है
 

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