Sunday, July 19, 2015

नारी मन में पुरुष तस्वीर की तस्वीर

नारी मन में पुरुष तस्वीर की तस्वीर
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पुरुष मिलते भले होते ,अपनत्व दे ,सहारा बनते हैं
ये प्रिय लगते ,इसलिए हमें ऐसे पुरुष भले लगते हैं

भले बन बहुत मिलते ,अफ़सोस भले कम रहते हैं
हैं सब किसी के बेटे-भाई ,बाहर भेड़िये बन झपटते हैं 

फेक आईडी बना-बना , हम पर डोरे डाला करते हैं
गंदे मैसेज ,चैट ,ब्लैकमेल के प्रयास किया करते हैं

आधुनिकता का नारा दे ,अनावरित हमें करते हैं
समानता इसे बताकर , भोगने के उपाय करते हैं 

भली-भोली आयें झाँसो में ,उनका शिकार करते हैं
युवा तो युवा ,अधबूढ़े-बूढ़े तक ,छल किया करते हैं

चहुं ओर दुष्कृत्यों से भय का वातावरण रखते हैं
भय एवं धमक़ियों से नारी प्रगति बाधित करते हैं

सदियों से ट्रिक खेल-खेल हमें हीन बनाये रखते हैं
महत्व अपना बता-बता कर हमें वंचित ही रखते हैं

विराजते उच्च आसनों पर ,पिछलग्गू हमें रखते हैं
श्रेष्ठ बता अपने को ,पूजा अर्चना से वंचित करते हैं 
--राजेश जैन
20-07-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

 

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