नारी जीवन - समाज समीक्षा
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गर्भ में कन्या , जन्म पर संकट छाया होता है
जन्म लिया तो अस्तित्व संघर्ष छाया होता है
सुनसान में ,रेप-हत्या का संकट छाया होता है
विवाह बाद दहेज-हत्या का संकट छाया होता है
प्रगतिशील पर चरित्र-हनन संकट छाया होता है
नारी जीवन पर जीवन भर संकट छाया होता है
आधुनिका पर अश्लील रूप में प्रोत्साहन और
हरसमय ब्लैक मेलिंग का संकट छाया होता है
--राजेश जैन
13-07-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman
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