Sunday, July 19, 2015

पापा -पुण्य स्मृति शेष

पापा -पुण्य स्मृति शेष
--------------------------
एक व्यक्ति थे ,हम बच्चों के लिए
सारी दुनिया में डोला करते थे

बड़े हुए हम ,हमारे विवाह खातिर
संबंधों के लिए दुनिया में डोला करते थे

हुए नाती और पोतियाँ जब ले ले उनको
घर बाज़ार डोला करते थे

ज़िंदगी भर , हमारे उदर पोषण फ़िक्र में
नित इधर उधर डोला करते थे

दुर्भाग्य गत वर्ष , पापा थे वह व्यक्ति
जग से परलोक को डोल गए

जो किया जीवन भर ,स्मृति छोड़ सब
रुलाया हमें ,दुःखद वे डोल गए

सौभाग्य ,जिनके पापा विद्यमान
खूब माँ -पापा की सेवा करलें
ऐसा न हो ,सेवा के मन में अरमान ,
रहें अधूरे ,पापा डोल जायें

पापा - माँ , दुनिया में
होते हैं साक्षात भगवान
करलो सेवा , किसी दिन
अपने भगवान न डोल जायें
--राजेश जैन
19-07-2015
https://www.facebook.com/PreranaManavataHit

No comments:

Post a Comment