Monday, July 20, 2015

नारी मन -तस्वीर

नारी मन -तस्वीर
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नारी तन पर लट्टू होकर ,अंग-प्रत्यंग तस्वीर ले ली तुमने
बुरी दृष्टि से झाँक-देखके ,अश्लील प्रदर्शित कर दी तुमने


नारी का मन भी होता ,समझने की कोशिश नहीं की तुमने
मनोवेदना-भावना क्या नारी की ,जानकारी नहीं की तुमने


मन की तस्वीर गर देख लेते ,हमें सुखी रख सुखी रहते तुम
रेप न करते ,ना ही लेते दहेज बलि ,नहीं मारते गर्भ में तुम


अपनी को कई वस्त्र परतों में , घर में सीमित ना करते तुम
पराई को नग्नता में ,मीडिया ,सिने ,नेट पर ना दिखाते तुम 
--राजेश जैन

21-07-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

 

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