Sunday, July 12, 2015

कैसा आत्मसम्मान?

कैसा आत्मसम्मान?
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गर्लफ्रेंड बनाते ,फिर जीवनसाथी बनाने में कठिनाई पाते हो
किसी की गर्लफ्रेंड रही ,पत्नी तो निभाने में कठिनाई पाते हो

रेप तो करते ,नारी-अपनी पर कल्पनामात्र से सिहर जाते हो
छेड़छाड़ करते ,पकड़ाये-पिटने पे बहन-बेटी उसे कह जाते हो

कैसा अजीब व्यवहार , कैसा आत्मसम्मान और स्वाभिमान है ?
जितना करते अपने लाभ की सोचते ,पर सारा यहीं छोड़ जाते हो
(नोट - कृपया पढ़ें सभी। यद्यपि लिखा गया ,लागू अधिकाँश पर नहीं होता है )
--राजेश जैन
12-07-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

 

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