Monday, July 6, 2015

नारी पर अत्याचार

नारी पर अत्याचार
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अच्छे-बुरे कर्म किसी के ,मरने पर वो ठहर जाते हैं
किन्तु किये हुए बुरे कर्म ,अमिट बुराई बन जाते हैं

समय न ठहरता कभी ,कालखण्ड नये बन जाते हैं
हो रहा जो इस काल में ,बुरे दृष्टान्त बनते जाते हैं

भुला सत्य को ,नारी पर अत्याचार हम करते जाते हैं
नारी के साथ बुराई के ,किस्से नितदिन जुड़ते जाते हैं

जो आज है, ना नारी रहती ,ना पुरुष बचे रह जाते हैं
गर किया बुरा तो ,इतिहास में कलंक रूप रह जाते हैं 
--राजेश जैन
07-07-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman?pnref=story

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