Sunday, July 5, 2015

नारी से पुरुष के दोहरे व्यवहार

नारी से पुरुष के दोहरे व्यवहार
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पराई हूँ मैं ,तो पाश्चात्य सस्कृति तरफ मुझे धकियाते हो
अपना बना ,साथ निभाने के प्रश्न पे पीछे से लौट जाते हो

ड्रग ,ड्रिंक्स ,सिगरेट ,वीडियो दिखा चतुराई से उकसाते हो
नशा प्रभाव में सम्मोहित कर ,सभी सीमायें तोड़ जाते हो

पत्नी में जो चाहिये ,*मित्रता में उससे भिन्न मुझे बनाते हो
परिवार के लिए उपयुक्त उसे ,अपना मित्रता तोड़ जाते हो

बदल के मेरे संस्कारों को ,गृह एवं समाज कलह बढ़वाते हो
कलह मुक्त जीवनसुख से स्वतः , मुझे वंचित कर जाते हो
(*मित्रता =गर्लफ्रेंड)
--राजेश जैन
05-07-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

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