Saturday, July 27, 2013

नेक सलाह

नेक सलाह
-----------
सलाह तो देता सच्ची किन्तु अगर ना रुचती हमारे बन्धु -बहना
ना मानो तुम नहीं शिकायत और नहीं नई कोई सलाह है कहना
मानो ना मानो बन्धु -बहना पर कामना सर्वकुशलता से तुम रहना
कचोटती ना मान नेक सलाह देख समस्याओं में तुम्हारा उलझना

सलाह देना नहीं चाहते गर तुम्हें आ जाये स्वयं समस्या सुलझाना
लेकिन अनदेखी सलाह करना और फिर तुम्हारा उलझन में पड़ना
जीवन के इस अजीब स्वरूप से जब आता कोई डरावना हमें सपना
बन्धु -बहना हमारी तुम, व्यथा उत्पन्न करती देती हमें हार्दिक वेदना

क्यों नहीं स्वयं समर्थ? तुम हो सफल और समर्थ बनो रखी कामना
सलाह फिर ना मानना और उलझन में हमारी सलाह तुम हमें देना
सलाह और मार्ग दिखा परिवार-समाज-देश को उन्नति पथ ले जाना
भटक गए मानव उन्हें तुम सच्चे बन मानवता जीवन्त कर दिखलाना

--राजेश जैन
28-07-2013

No comments:

Post a Comment