Wednesday, July 3, 2013

पत्र

प्रिय बेटी,

"जन्म -दिन की बहुत बहुत शुभकामनायें "

निरंतर अब तक पूरे समय माँ-पिता के साथ स्नेह ,लाड़ दुलार ,छत्रछाया और मार्गदर्शन में आज समर्थ होकर . बहुत बच्चों से अलग तरह की (बहुत अच्छी ) बन इस वर्ष जीवन में अपने लगभग आत्म-निर्भरता पर आते हुए अब कुछ दिनों में देश में अलग -अलग स्थानों अलग -अलग भाषा-भाषियों ,अलग -अलग परिवेश में पले पढ़े ,अलग -अलग उम्र और ओहदों पर पदस्थ लोगों के बीच तुम्हें जाना है .

जीवन के दूसरे चरण में जीवन में तुम्हारे दायित्व और भूमिका परिवर्तित हो रही है .अपने पूर्ण आत्म-विश्वास और निर्भीकता से तुम उस पर कार्य करना . इस समय का उपयोग अपनी पूरी सूझबूझ और परिश्रम से अपने को इतना समर्थशाली और अच्छा बनाने में करना ,जिससे तुम्हारे पर किसी की भी ,जो भी अच्छी अपेक्षा होगीं उसे तुम अच्छे से निबाहने में सफल हो सको .

वह अपेक्षाकर्ता तुम्हारा स्वयं का जीवन ,तुम्हारा परिजन ,तुम्हारे मित्र ,तुम्हारे कलीग ,तुम्हारे देशवासी या तुम्हारा धर्म या मानवता चाहे जो हो किसी को तुमसे निराशा ना हो .. और यदि सीमित सामर्थ्य से हो भी तो निराशा जितनी कम हो कोशिश रखना .

तुम्हें दिया गया एक अनोखा नाम ...को एक अच्छे पर्यायवाची (या अर्थ ) से निरुपित किया जा सके, यह प्रयास निरंतर करना .
इस हेतु किसी चिंता या टेंशन में रहने की आवश्यकता भी नहीं है . हर कोई महान तो नहीं हो सकता ..पर जितनी तुम्हारी क्षमता है उसकी अधिकतम उपलब्धि ,तुम्हें और तुमसे जुड़ते प्राणी मात्र को सुखी करेगा ..
पुनः-
"जन्म -दिन की बहुत बहुत शुभकामनायें "

पापा
04-07-2013

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