Saturday, August 15, 2015

हुस्न - (नारी-पुरुष समानाधिकार )

हुस्न -  (नारी-पुरुष समानाधिकार )
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हुस्न ,नहीं दिखलाओ मुझे अपना जलवा 
मै ,जानता तुम कंकाल पर चढ़ा पॉलिश हो

जलवों पर ना ललचा जाऊँ , फितरत मै रखता हूँ
जलवे बिखरें बिना खतरों के ,चिंता यह करता हूँ

करने दो मुझे ज़माने में ,जो करने की जरूरत है 
हिफाजत से तुम रहो ,ज़माने की यह जरूरत है

समझो मेरे इरादों को ,तुम्हारे लिए समर्पित हैं
सम्मान रहे तुम्हारा ,प्रेरणायें ये नित अर्पित हैं

उतर जायेगा तुम्हारे-हमारे कंकाल से एक दिन ये
पहले ,आपके समानता ,सुख का ख्याल दिल में है    
--राजेश जैन
16-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman

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