आईएएस नारी-चुनौतियाँ
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आईएएस तुम ,तुम्हें ना कहना था
भारत में ना पसंद ,जन्म लेना था
सहमत ,नारी दशा है चिंतनीय यहाँ
बदलने के लिए तुम्हें लोहा लेना था
तुम ही अगर ऐसे अपनी हार मानोगी
उच्चपद के दायित्व को न पहचानोगी
कैसे बनाओगी लक्ष्मीबाई के देश को
नारी को दुर्गति से उसे कैसे उबारोगी
तुम्हारी मनोदशा साफ़ बतलाती है
व्यवस्था की कमी को झलकाती है
उच्चासीन पुरुष भी लोफराई करता
बदलाव चुनौती कठिन हो जाती है
समक्ष कठिनाइयाँ विचलित करती हैं
जूझ अविचलित , इतिहास बदलती हैं
त्याग , चुनौतियों से ऐसे न घबराओ
वंचित नारियाँ तुमसे अपेक्षा रखती हैं
--राजेश जैन
07-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman
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आईएएस तुम ,तुम्हें ना कहना था
भारत में ना पसंद ,जन्म लेना था
सहमत ,नारी दशा है चिंतनीय यहाँ
बदलने के लिए तुम्हें लोहा लेना था
तुम ही अगर ऐसे अपनी हार मानोगी
उच्चपद के दायित्व को न पहचानोगी
कैसे बनाओगी लक्ष्मीबाई के देश को
नारी को दुर्गति से उसे कैसे उबारोगी
तुम्हारी मनोदशा साफ़ बतलाती है
व्यवस्था की कमी को झलकाती है
उच्चासीन पुरुष भी लोफराई करता
बदलाव चुनौती कठिन हो जाती है
समक्ष कठिनाइयाँ विचलित करती हैं
जूझ अविचलित , इतिहास बदलती हैं
त्याग , चुनौतियों से ऐसे न घबराओ
वंचित नारियाँ तुमसे अपेक्षा रखती हैं
--राजेश जैन
07-08-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman
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