Thursday, September 27, 2018

प्यार , दया-करुप्यार , दया-करुणा आधारित हो सच्चा प्यार होता है
 उसमें दैहिक आकर्षण प्रमुख हो जाए वासना हो जाता है

मोहब्बत की भाषा भी नहीं समझते तुम
इतना नासमझ तुम्हें खुदा ने बनाया क्यूँ

बेवफ़ा हम होते तुरंत शिकवा कर देते तुम
वफ़ा हमने निभाई जिक्र ही नहीं करते तुम

उनकी हम - सिर्फ शिकायत किया करते हैं
तारीफ़ भी हैं उनमें - क्यूँ अनदेखी करते हैं

न हो उसका नुकसान कोई - जिन्हें हमारी कदर नहीं
हो ज़िंदगी के मंसूबे पूरे उनके - हमें उनकी कदर है

जो चीज खो गई - आज ज़माने भर से
कद्र करो कि हममें - वह सादगी बाकी है

मोहब्बत है - फासलों की अहमियत नहीं
फासले गर अखरें - उसे वासना समझना



णा आधारितप्यार , दया-करुणा आधारित हो
सच्चा प्यार होता है
उसमें दैहिक आकर्षण प्रमुख हो जाए
वासना हो जाता है
हो
सच्चा प्याप्याप्यार , दया-करुणा आधारित हो
सच्चा प्यार होता है
उसमें दैहिक आकर्षण प्रमुख हो जाए
वासना हो जाता है प्यार , दया-करुणा आधारित हो 
सच्चा प्यार होता है 
उसमें दैहिक आकप्यार , दया-करुणा आधारित हो 
सच्चा प्यार होता है उसमें दैहिक आकर्षण प्रमुख हो जाए वासना हो जाता हैर्षण प्रमुख हो जाए 
वासना हो जाता है

र , दया-करुणा आधारित हो
सच्चा प्यार होता है
उसमें दैहिक आकर्षण प्रमुख हो जाए
वासना हो जाता है र होता है
उसमें दैहिक आकर्षण प्रमुख हो जाए
वासना हो जाता है

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