Wednesday, September 26, 2018

तुम चाहो कि तुम्हारे अलावा और भी कोई ज़िंदगी जी ले
मुस्कुराना , तुम्हारी मुस्कुराहट किसी का जीवन है , प्रिय

चेहरे पे सौम्यता यदा कदा अब दिखाई देती है

हर चेहरा आज मतलबपरस्त दिखाई पड़ता है


किसी की फ़िक्र रखना गैर जरूरी नहीं होता

फ़िक्र औ' मदद किसी को अपना बना लेते हैं


संशय ही हमारे जीवन का बहुत समय व्यर्थ करता है

विश्वास हो , विश्वासी हों तो संयुक्त प्रयासों से बहुत भले कार्य किये जा सकते हैं

उन हसरतों को बुरा कहना मुनासिब नहीं
जिनके होने से हमारी ज़िंदगी बेजान नहीं

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