इश्क़ और ख़ुदा समान हैं यारों
जितना भी दे दें कमी लगती है
बेजुबां नहीं है मोहब्बत मेरी
कान हैं मेरे उसकी सब सुनता हूँ
जितना भी दे दें कमी लगती है
बेजुबां नहीं है मोहब्बत मेरी
कान हैं मेरे उसकी सब सुनता हूँ
उसके रुखसार पर तिल - तिनका साबित हुआ
दिल को आया चैन - ज़िंदगी () डूबने से बच गई
(अवसाद में)
(अवसाद में)
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