'नहीं समझने का' आरोप -
यूँ , उन पर ठीक नहीं
कि हम ही नहीं समझते
कि उन्हें हम से मतलब नहीं
यूँ , उन पर ठीक नहीं
कि हम ही नहीं समझते
कि उन्हें हम से मतलब नहीं
जिंदगियाँ सभी , कायम उम्मीदों पर हैं
तुम बनो उनकी उम्मीदें - बेहतर होगा
फेसबुक पर नहीं तो - दीदार बगीचे में होगा
दोनों ही उम्मीदों ने दम तोड़ दिया - लेकिन
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