जब औरों की ख़ुशी को तरज़ीह देने लगते हैं
तब हम ज़िंदगी का मतलब समझने लगते हैं
कर दिखाने के लिए बहाने का इंतजार ठीक नहीं
कर दिखा बेमिसाल सा कि तुझे ज़िंदगी मिली है
हसरतों की भागदौड़ में भूलता ख़ुद को है
तू ज़िंदगी का मक़सद सोचता मौत पर है
ऐसी ही आँखों ने - देखे हैं दुनिया की ख़ुशहाली के सपने
जिनसे सिर्फ़ अपनी ख़ुशी के सपने देख - हम नहीं थकते
लिखे क़लम ऐसा कि - ज़िंदगी फूल बन जाये
पढ़ने वालों को - अल्फ़ाज़ों में ख़ुश्बू मिल जाये
तब हम ज़िंदगी का मतलब समझने लगते हैं
कर दिखाने के लिए बहाने का इंतजार ठीक नहीं
कर दिखा बेमिसाल सा कि तुझे ज़िंदगी मिली है
हसरतों की भागदौड़ में भूलता ख़ुद को है
तू ज़िंदगी का मक़सद सोचता मौत पर है
ऐसी ही आँखों ने - देखे हैं दुनिया की ख़ुशहाली के सपने
जिनसे सिर्फ़ अपनी ख़ुशी के सपने देख - हम नहीं थकते
लिखे क़लम ऐसा कि - ज़िंदगी फूल बन जाये
पढ़ने वालों को - अल्फ़ाज़ों में ख़ुश्बू मिल जाये
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