Monday, October 26, 2015

सर्वोच्च हितैषी खोया हमने

सर्वोच्च हितैषी खोया हमने
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दुःस्वप्न जिसने जीवन भर हमें डराया था
पिछले वर्ष कटु यथार्थ हो सामने आया था
नियति आपको पापा ,दूर ले गई हम सबसे
छिना स्नेह आशीर्वाद जो हम पर छाया था

होते पापा ,आज हम मनाते बर्थ डे आपका
शुभकामना दे ,हम पाते आशीर्वाद आपका
सत्ताईस अक्टूबर पहले ऐसे ना आया था
हमेशा सानिध्य , शुभाशीष हमने पाया था

लाचार हैं , दुःखी हैं आपकी यादों में गुम हैं
कैसे बिताये दिन ,बिन आप ,गम में हम हैं
पापा ,जीवन में सर्वोच्च हितैषी खो दिया हमने
छत्रछाया बिन कटु यथार्थ अनुभव किया हमने
(हमारे पूज्य पापा की आज जन्म तिथि , उनके नहीं रहने बाद आई है -
पुण्य स्मरण और हमारे श्रध्दा सुमन )
--राजेश जैन
27-10-2015
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