Friday, October 16, 2015

शानदार

शानदार
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मेरा कर्म ,सद्कर्म ही हो
आज हमें यह प्रण लेना है
समाज में घटिया परिस्थिति
हर समय नहीं बनी रहना है

डिफ़ॉल्ट सेटिंग मनुष्य की 'अच्छी' है
यह विवेक विचार से समझ लेना है
घटिया प्रभाव से ओवरराइड हो
'बुरी' बनी ,उसे रिसेट कर देना है

किसी घटिया जगह अगर हम हों
हमें घटिया नहीं ,शानदार करना है
निभा राष्ट्र ,मानवता दायित्वों को
लुप्त भव्यता ,पुनर्स्थापित कर देना है

नहीं मिला ,यह अच्छा- वह अच्छा
नहीं ऐसा हमें बहाना करना है
घटिया स्थितियों में अच्छा कर सकते
यह प्रेरणा प्रस्तुत कर देना है
--राजेश जैन
16-10-2015
https://www.facebook.com/PreranaManavataHit

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