Thursday, December 31, 2015

नारी अंतरंगता


नारी अंतरंगता
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 हर  हृदय में  अच्छा बहुत  कुछ  रहता है
 खींचा  गया  चित्र वह  अच्छाई  कहता है
 पीढ़ी  तुमने कैसी  लगाई है चित्र प्रदर्शनी
 नारी अंतरंगता ही क्यों? चित्र-चित्र कहता है
#गर्लफ्रेंड
 माँ  है , बहन  है , बेटी  है , 'हे पुरुष '
 गर्लफ्रेंड के  आकर्षण में क्यों खोता है
 अगर जीवन में यह प्रधान बात है तो
 बहन बने गर्लफ्रेंड क्यों गुस्सा होता है
#गरिमा
चित्रकार हैं मित्र  मेरे , प्रकृति चित्र  उकेरते हैं
चित्रों के माध्यम  से , वे जीवनशैली  कहते हैं
कहीं नहीं  बैर , कोई अश्लीलता  उन चित्रों में
गरिमा-सभ्यता ही उनका चित्र-चित्र कहता है
--राजेश जैन
31-12-2015
https://www.facebook.com/narichetnasamman/
 

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