Wednesday, March 11, 2015

माँ से कम या ज्यादा ?

माँ से कम या ज्यादा ?
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एक युवक का राह चलती युवती पर फिकरा - वेरी सेक्सी  …।
युवती का युवक से प्रश्न - तुम्हारी माँ से कम या ज्यादा ?
जबाब मुँहतोड़ , लेकिन
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युवती की हाजिर जबाबी की कई लोग प्रशंसा करेंगें , लेकिन विचार करें तो अनायास ही युवती ने नारी सम्मान पर प्रहार कर दिया है। युवक के हल्केपन से निबटने में तो सफल हुई। लेकिन माँ - 'एक गरिमा ' के लिए अपशब्द के प्रयोग के साथ।
परिवार
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अभी , समाज में मनुष्य परिवार में रहता है। जिस घर में 'पुरुष ही पुरुष' या 'सिर्फ नारी ' रहते हैं वे परिवार नहीं लगते हैं। स्पष्ट है , एक परिवार , कुछ पुरुष और कुछ नारियों के साथ पूरा लगता है।
पुरुष कन्फ्यूज्ड
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पुरुष , परिवार की नारी का बाहर सुरक्षा और सम्मान चाहता है। लेकिन खुद वह सम्मान , बाहर की नारी को देता नहीं है। पुरुष की यह (बुरी) आदत आखिर में उसके भी परिवार की नारी की सुरक्षा और सम्मान , सुनिश्चित नहीं करवा पाती है। इसलिए लगता है कि , इतना सभ्य हो जाने के बाद भी - आज तक पुरुष कन्फ्यूज्ड ही है। (अपनी, माँ ,बहन ,पत्नी और बेटी का सम्मान और प्रगति ) जो चाहता है , उसके लिए उसके क्या आचरण और कर्म होने चाहिये - इस का निर्णय अभी तक नहीं कर पाया है।
शब्दाबली (terminology)
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अब तक कोई नारी, 'माँ' के लिए अपशब्द नहीं कहती थी। लेकिन मज़बूर किया जा रहा है , अब नारियाँ भी माँ -बहन आदि की गालियाँ देने लगेंगी। सेक्सी या इस तरह की शब्द , प्रणय सूत्र में बँधे युगल के शब्दाबली में प्रयोग को सीमित थे। जिसे( फ़ूहड़) मनोरंजन के नाम पर फिल्मकारों ने समाज में आम कर दिए। अब तो बच्चा भी जिसे अर्थ नहीं मालूम प्रयोग करता है , और सुनने वाले हँस दें तो अपने स्कूल बेग को भी सेक्सी कहता है।
फिल्मकारों को धन और फेम कमाना है
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फिल्मकारों को अपने सामाजिक सरोकारों की कोई परवाह नहीं। लेकिन उनके फैन हम बनते रहेंगें , उन्हें अनावश्यक सम्मान देते रहेंगें , उन्हें नायक -महानायक कह विभूषित करते रहेंगें तो कितना भी 'हम नारी सुरक्षा और सम्मान " की फ़िक्र दर्शायें।  ये नारियों के साथ खुलेआम अनाचार की परंपरा ला छोडेंगें। प्रणय के अप्राकृतिक चित्रों और पोस्टर को हमें रोड किनारे - चौक और दुकानों में टँगें देखने की आदत बना लेनी होगी। तब शायद 'हम कायर', इतने में ही शुक्र मनाने लगेंगें की वह तस्वीर हमारी माँ या बहन की नहीं है।
-- राजेश जैन 
12-03-2015

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