तेरी ख़ामोशी के पीछे क्या है? वही जानते हैं
इस जहान में जो थोड़े तुम्हें अपना मानते हैं
हमें अपना मानने से पहले तुम - दरियाफ्त ठीक कर लेना
अपना बताने के पीछे - मतलबी जहान में छुपे हैं कई धोखे
मासूम , कमसिन के लिए - ख़्वाहिशमंद बहुत होते हैं
चाँद अब कोई नहीं कहता - जिसे पहले बहुत कहते थे
इस जहान में जो थोड़े तुम्हें अपना मानते हैं
हमें अपना मानने से पहले तुम - दरियाफ्त ठीक कर लेना
अपना बताने के पीछे - मतलबी जहान में छुपे हैं कई धोखे
मासूम , कमसिन के लिए - ख़्वाहिशमंद बहुत होते हैं
चाँद अब कोई नहीं कहता - जिसे पहले बहुत कहते थे
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