तुम्हारे दिल को पढ़ लिया - मगर लिख नहीं सकते
खुद को गुनाहगार दिखाने की - हमें हिम्मत नहीं है
हम दोनों ही एक दूसरे ख़ुश रखना चाहते थे
मगर
बीती ज़िंदगी आपसी आरोपों के सिलसिले में
खुद को गुनाहगार दिखाने की - हमें हिम्मत नहीं है
हम दोनों ही एक दूसरे ख़ुश रखना चाहते थे
मगर
बीती ज़िंदगी आपसी आरोपों के सिलसिले में
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