कैसे बुध्दू हैं कि - दर्द अपने जानते हैं हम
फिर भी औरों के दर्द से - अनजान हैं हम
कुछ हैं जिन्हें जीने का अंदाज आता है
और कुछ हैं जिन्हें बयां करना आता है
हम हैं जद्दोजेहद में इसलिए कि हमें
न जीना और न ही बयां करना आता है
फिर भी औरों के दर्द से - अनजान हैं हम
कुछ हैं जिन्हें जीने का अंदाज आता है
और कुछ हैं जिन्हें बयां करना आता है
हम हैं जद्दोजेहद में इसलिए कि हमें
न जीना और न ही बयां करना आता है
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