Tuesday, October 30, 2018


नज़रों में चढ़ना उनकी - हम पर नहीं उन पर  है
नज़रों से गिरना उनकी - उन पर नहीं हम पर है

हमें एकतरफ़ा मोहब्बत है तुमसे -
तुम्हारी हर ख़ुशी में हम खुश हैं
तुम करते हो जिससे मोहब्बत -
ऐसे ही उसकी ख़ुशी में तुम ख़ुश होना


दिल में कोई - एकबारग़ी बस जाता है
दिल से जाने में - मगर वक़्त लगता है


नज़रों में इक़रार - लबों पर मुस्कुराहट , एक फ़रेब था
हमारी ज़िंदगी गुजर रही है - एकतरफ़ा मोहब्बत में


नाराज होकर रहने में मज़ा नहीं जीने का
ज़िंदगी में मज़ा तो ख़ुशी के देने लेने से है

नियम -
ज़िंदगी है जिसमें
जो न हो वह कम है

हम कोई चीज नहीं खुद को - अच्छी पैकेजिंग में पेश करें
अदने से एक इंसान हैं हम - जैसे हैं सामने हाजिर हैं


वफ़ा साथ रहे न रहे - बेवकूफियाँ साथ होंगीं जरूर
यह ज़िंदगी हमारी चूँकि - खास नहीं आम है


जब हमें समझ आती है - हँसने के लिए बाहरी मटेरियल की जरूरत नहीं होती
अपनी रहीं बेवकूफ़ियों पर विचार ही - हँसने के लिए काफी होता है

ये कमी हमारी है - तुम अच्छे न हो सके हमसे
हम में गर खासियत होती - तुम में तो तारीफ़ बहुत हैं

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