Sunday, December 30, 2012

कर्तव्य-बोध

कर्तव्य-बोध
--------------
समय ,श्रम अनुपात तुलना यदि धन अधिक आ जाता
समाज प्रति कर्तव्य-बोध तब धनवान ऐसा है गवांता
शुभ कामना है सब करें स्वच्छ मार्ग से धन अर्जन
स्मरण रख कर्तव्य-बोध निर्माण करें स्वच्छ समाज

समझें  प्रति दायित्व और अपना हम इस समाज को
समझें अपना भाई व बहन मनुष्य साथी जो समाज में
भाग्यशाली  हम कर चुके उन्नति अपने सोचविचार में
आओ समग्र उत्थान यत्न करें अपने कर्म आचरण में

हल होंगी समस्या कई विद्यमान जो देश समाज में
मिट सकेंगे अभाव व अज्ञान सहयोग हमारे से  समाज में 
राजेश की इस बात को और इस आव्हान को भैय्या
कर विचार मेरे आदरणीय यदि सहमत हों तब  ही मानना

No comments:

Post a Comment