न हो किसी को परवाह तेरी
इससे बेपरवाह, औरों की तू परवाह कर
'राजेश' इंसान बनाया कुदरत ने
तुझे जिम्मेदार रहने की खातिर
अब नहीं ज़माना कोई मरे की कभी फ़िक्र करे
अब ज़माने में हर कोई अपने लिए फिक्रमंद है
इससे बेपरवाह, औरों की तू परवाह कर
'राजेश' इंसान बनाया कुदरत ने
तुझे जिम्मेदार रहने की खातिर
अब नहीं ज़माना कोई मरे की कभी फ़िक्र करे
अब ज़माने में हर कोई अपने लिए फिक्रमंद है
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