लड़कपन के सपनों में अपने लिए सब सच्चा प्यार चाहते हैं
बड़े होकर मगर सब खुद ही सच्चा प्यार बनना भूल जाते हैं
वे महान बना गए थे , पावन ध्येय से कुछ सुपथ
पाखंडियों ने चल के उन पर , उन्हें भ्रष्ट कर दिए
बड़े होकर मगर सब खुद ही सच्चा प्यार बनना भूल जाते हैं
वे महान बना गए थे , पावन ध्येय से कुछ सुपथ
पाखंडियों ने चल के उन पर , उन्हें भ्रष्ट कर दिए
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